राजधानी लखनऊ में गोली मारकर एक और हत्या

योगी आदित्यनाथ के तथाकथित रामराज में राजधानी लखनऊ की सरजमीं पर लगातार हो रही हत्याओं में एक बार फिर एक गरीब किसान परिवार के होनहार बेटे दिवाकर यादव उम्र लगभग 20 वर्ष की निर्दय हत्या ने कानून-व्यवस्था की पोल खोल दिया है!
दिवाकर, उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जिले के रेवारी-बेलहरी गांव का रहने वाला था किसान परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर थी दो छोटी बहनों की शादी की जिम्मेदारी और पूरे परिवार का खर्च उठाने के लिए दिवाकर ने पढ़ाई छोड़ दी थी और लखनऊ के चिनहट क्षेत्र स्थित विकल्पखंड के ईशान इन होटल में वेटर की नौकरी कर रहा था!
होटल में गोरखपुर की रहने वाली पुष्पा नामक युवती ठहरी हुई थी देर रात आकाश तिवारी नामक युवक होटल पहुंचा जो उक्त युवती को लेने आया था किसी बात को लेकर दिवाकर और आकाश तिवारी के बीच बहस हुईं बहस के बाद दोनों चले गए, लेकिन कुछ ही देर बाद, आकाश वापस लौटा और बिना किसी डर के दिवाकर को गोली मार दी।
आकाश तिवारी की गोली सीधे दिवाकर के गले में लगी दिवाकर को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया इस दर्दनाक वारदात ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है!